‘Krushna
Nama Ghosha’
Oriya
Bhajan By: Poet Narayan Bharasa Meher
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ओड़िआ गीत (भजन)
‘कृष्ण नाम
घोष’
रचयिता : कवि
नारायण भरसा मेहेर
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कृष्ण नाम घोष मन तेज कूट छन्द,
बन्दना कर हरिङ्कि न हुअ तु मन्द ।
भज गोबिन्द रे ! (१)
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धर्मे न कर सन्देह कर्मकु न निन्द,
नन्दनन्दन-पयरे मज्ज तु स्वच्छन्द ।
भज गोबिन्द रे ! (२)
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भकत-हृद-चन्दन गोपकुळ-चान्द,
नीळकन्दर-निबासी ताङ्कु निति बन्द ।
भज गोबिन्द रे ! (३)
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ध्यान करन्ति य़ाहाङ्कु सुर-मुनिबृन्द,
सगुण निर्गुण रूप से सच्चिदानन्द ।
भज गोबिन्द रे ! (४)
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पूर्णप्रेममय दिब्य परम आनन्द,
सत्य शिब सुन्दर से प्रभु आदिकन्द ।
भज गोबिन्द रे ! (५)
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लय कर मन हरि- चरणारबिन्द,
भ्रमर होइ तु पान कर मकरन्द ।
भज गोबिन्द रे ! (६)
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बिषय-जञ्जाळे पड़ि आउ तु न कान्द,
बोले नारायण तुटि य़िब माया-फान्द ।
भज गोबिन्द रे ! (७)
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(Taken from 'Narayana-Bhajanavali' of Poet Narayan Bharasa Meher)
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